दो हज़ार साल पहले, प्रभु यीशु ने अपने अनुयायियों को वचन दिया था: "मैं तुम्हारे लिये जगह तैयार करने जाता हूँ। और यदि मैं जाकर तुम्हारे लिये जगह तैयार करूँ, तो फिर आकर तुम्हें अपने यहाँ ले जाऊँगा कि जहाँ मैं रहूँ वहाँ तुम भी रहो" (यूहन्ना 14:2-3)। (© BSI) इस वजह से, विश्वासी लोग पीढ़ी-दर-पीढ़ी प्रभु के वचन के पूरा होने की उत्कट कामना और प्रार्थना करते रहे हैं, और उम्मीद और प्रार्थना करते रहे हैं कि वे स्वर्गारोहित होकर प्रभु से मिलेंगे और प्रभु के आने पर स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करेंगे। यह इस फिल्म के नायक, चेन शियांगुआंग का चरित्र-चित्रण भी करती है। नायक उत्साही खोजी है, जो प्रभु के आगमन के स्वागत के लिये सुसमाचार का प्रसार करता है और प्रभु की गवाही देता है। विद्यालय से अपने पद से हटा दिये जाने और अपने परिवार के सदस्यों से समर्थन हासिल करने में नाकाम रहने के बावजूद, वह हमेशा अपने हृदय में उम्मीद बनाए रखता है। एक दिन समारोह में, चीनी कम्युनिस्ट सरकार चेन शियांगुआंग को गिरफ्तार कर कारागार में डाल देती है। परमेश्वर के अद्भुत नियम और व्यवस्थाओं के अंतर्गत, उसकी मुलाकात सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के एक ईसाई, झाओ झिमिंग से होती है। झाओ झिमिंग उसे परमेश्वर के प्रकटन और अंत के दिनों के कार्य की गवाही देता है। इससे शियांगुआंग की प्रभु के लौटने की उम्मीद लगाने और प्रार्थना करने की बरसों की धारणाओं और कल्पनाओं का समाधान हो जाता है। जेल से रिहा होने के बाद, चेन शियांगुआंग अपने भाई-बहनों को अंत के दिनों के सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य की जाँच करने में मार्गदर्शन देता है। और इस तरह, हर कोई समझ जाता है कि स्वर्ग के राज्य में आरोहित होना क्या है, राज्य वाकई धरती पर है या स्वर्ग में है, और लोगों को प्रभु की वापसी का स्वागत कैसे करना चाहिये...