सात गर्जनाएँ होती हैं—भविष्यवाणी करती हैं कि राज्य का सुसमाचार पूरे ब्रह्मांड में फैल जाएगा
मैं अपने कार्य को अन्यजाति देशों में फैला रहा हूँ। मेरी महिमा पूरे ब्रह्मांड में चमकती है; सभी तरह के लोग मेरी इच्छा अपने भीतर रखते हैं, और उन सबकी कमान मेरे हाथों में है और वे सब मेरे द्वारा सौंपा गय...प्रतिज्ञाएँ उनके लिए जो पूर्ण बनाए जा चुके हैं
वह कौन-सा मार्ग है, जिसके द्वारा परमेश्वर लोगों को पूर्ण बनाता है? कौन-कौन से पहलू उसमें शामिल हैं? क्या तुम परमेश्वर द्वारा पूर्ण बनाया जाना चाहते हो? क्या तुम परमेश्वर का न्याय और उसकी ताड़ना स्व...परमेश्वर संपूर्ण मानवजाति के भाग्य का नियंता है
मानवजाति के एक सदस्य और एक सच्चे ईसाई होने के नाते अपने मन और शरीर परमेश्वर के आदेश की पूर्ति करने के लिए समर्पित करना हम सभी का उत्तरदायित्व और कर्तव्य है, क्योंकि हमारा संपूर्ण अस्तित्व परमेश्वर से ...परमेश्वर मनुष्य के जीवन का स्रोत है
जिस क्षण तुम रोते हुए इस दुनिया में आते हो, उसी पल से तुम अपना कर्तव्य पूरा करना शुरू कर देते हो। परमेश्वर की योजना और उसके विधान के लिए तुम अपनी भूमिका निभाते हो और तुम अपनी जीवन-यात्रा शुरू करते हो।...प्रार्थना के अभ्यास के बारे में
तुम लोग अपने दैनिक जीवन में प्रार्थना को कोई महत्व नहीं देते। मनुष्य प्रार्थना के मामले की उपेक्षा करता है। प्रार्थनाएँ सतही हुआ करती थीं, क्योंकि मनुष्य परमेश्वर के सामने बस अनमना रहता था। किसी भी व्...परमेश्वर का कार्य और मनुष्य का कार्य
मनुष्य के कार्य में कितना पवित्र आत्मा का कार्य है और कितना मनुष्य का अनुभव है? ऐसा कहा जा सकता है कि लोग अभी तक इन प्रश्नों को नहीं समझते, और इसकी वजह यह है कि लोग पवित्र आत्मा के कार्य के सिद्धांतों...जब तक तुम यीशु के आध्यात्मिक शरीर को देखोगे, परमेश्वर स्वर्ग और पृथ्वी को नया बना चुका होगा
क्या तुम यीशु को देखना चाहते हो? क्या तुम यीशु के साथ रहना चाहते हो? क्या तुम यीशु के द्वारा कहे गए वचन सुनना चाहते हो? यदि ऐसा है, तो तुम यीशु के लौटने का स्वागत कैसे करोगे? क्या तुम पूरी तरह तैयार ह...उद्धारकर्ता पहले ही एक "सफेद बादल" पर सवार होकर वापस आ चुका है
कई सहस्राब्दियों से मनुष्य ने उद्धारकर्ता के आगमन को देख पाने की लालसा की है। मनुष्य उद्धारकर्ता यीशु को एक सफेद बादल पर सवार होकर व्यक्तिगत रूप से उन लोगों के बीच उतरते देखने के लिए तरसा है, जिन्होंन...परमेश्वर के प्रकटन ने एक नए युग का सूत्रपात किया है
परमेश्वर की छह-हज़ार-वर्षीय प्रबंधन योजना समाप्त हो रही है, और राज्य का द्वार उन सभी लोगों के लिए पहले से ही खोल दिया गया है, जो उसका प्रकटन चाहते हैं। प्रिय भाइयो और बहनो, तुम लोग किस चीज़ की प्रतीक्ष...परमेश्वर के कार्य के तीन चरणों को जानना ही परमेश्वर को जानने का मार्ग है
मानवजाति के प्रबंधन का कार्य तीन चरणों में बंटा हुआ है, जिसका अर्थ यह है कि मानवजाति को बचाने का कार्य तीन चरणों में बंटा हुआ है। इन चरणों में संसार की रचना का कार्य समाविष्ट नहीं है, बल्कि ये व्यवस्थ...मसीह न्याय का कार्य सत्य के साथ करता है
अंत के दिनों का कार्य सभी को उनके स्वभाव के आधार पर पृथक करना और परमेश्वर की प्रबंधन योजना का समापन करना है, क्योंकि समय निकट है और परमेश्वर का दिन आ गया है। परमेश्वर उन सभी को, जो उसके राज्य में प्रव...परमेश्वर के सबसे नए कार्य को जानो और उसके पदचिह्नों का अनुसरण करो
अब तुम लोगों को परमेश्वर के जन बनने की कोशिश करनी है, और तुम सब इस पूरे प्रवेश को सही रास्ते पर शुरू करोगे। परमेश्वर के जन होने का अर्थ है, राज्य के युग में प्रवेश करना। आज तुम आधिकारिक तौर पर राज्य क...परमेश्वर संपूर्ण सृष्टि का प्रभु है
पिछले दो युगों के कार्य का एक चरण इस्राएल में पूरा किया गया, और एक यहूदिया में। सामान्य तौर पर कहा जाए तो, इस कार्य का कोई भी चरण इस्राएल छोड़कर नहीं गया, और प्रत्येक चरण पहले चुने गए लोगों पर किया गय...मनुष्य को केवल परमेश्वर के प्रबंधन के बीच ही बचाया जा सकता है
प्रत्येक व्यक्ति की नज़र में परमेश्वर का प्रबंधन एक बहुत अजीब चीज़ है, क्योंकि लोग परमेश्वर के प्रबंधन को मनुष्य से पूरी तरह असंबद्ध समझते हैं। वे सोचते हैं कि परमेश्वर का प्रबंधन केवल परमेश्वर का ही का...केवल अंत के दिनों का मसीह ही मनुष्य को अनंत जीवन का मार्ग दे सकता है
जीवन का मार्ग कोई ऐसी चीज नहीं है जो हर किसी के पास हो, न ही यह कोई ऐसी चीज है जिसे हर कोई आसानी से प्राप्त कर सके। ऐसा इसलिए है, क्योंकि जीवन केवल परमेश्वर से ही आ सकता है, कहने का तात्पर्य यह है कि ...क्या परमेश्वर का कार्य उतना सरल है जितना मनुष्य कल्पना करता है?
परमेश्वर के विश्वासी होने के नाते, तुममें से प्रत्येक को सराहना करनी चाहिए कि अंत के दिनों के परमेश्वर का कार्य ग्रहण करके और उसकी योजना का वह कार्य ग्रहण करके जो आज वह तुममें करता है, तुमने किस तरह अ...