धार्मिक दुनिया के पादरी और एल्डर्स अक्सर प्रवचनों में विश्वासियों से कहते हैं कि प्रभु यीशु का नाम कभी नहीं बदल सकता और सिर्फ प्रभु यीशु के नाम पर भरोसा करके ही हम बचाये जा सकेंगे। क्या ऐसी सोच सत्य के अनुरूप है? यहोवा परमेश्वर ने कहा था, "मुझ से पहले कोई परमेश्वर न हुआ और न मेरे बाद कोई होगा। मैं ही यहोवा हूँ और मुझे छोड़ कोई उद्धारकर्ता नहीं" (यशायाह 43:10-11)। (© BSI) अनुग्रह के युग में, देहधारी परमेश्वर ने यीशु नाम अपनाया। परमेश्वर अपरिवर्तनीय हैं, तो फिर उनका नाम कैसे बदल सकता है? यही नहीं, प्रकाशितवाक्य में भविष्यवाणी की गयी है कि अंत के दिनों में परमेश्वर एक नया नाम अपनायेंगे, तो इस सबका क्या मतलब है? बहुत-से लोग इस बात को को लेकर उलझन में हैं, लेकिन यह लघु वीडियो आपके सामने सत्य का खुलासा करेगा।
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