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मसीह के कथन "परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर I" (भाग दो के क्रम में)
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22/03/2019
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परमेश्वर के वचन "स्वर्गिक परमपिता की इच्छा के प्रति आज्ञाकारिता ही मसीह का वास्तविक सार है"
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तुम यीशु के आध्यात्मिक शरीर को तब देखोगे जब परमेश्वर स्वर्ग और पृथ्वी को नये सिरे से बना चुकता है
19:21
सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन "सर्वशक्तिमान की आह"
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सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन "पतरस ने यीशु को कैसे जाना"
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सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन "इंसान को अपनी आस्था में, वास्तविकता पर ध्यान देना चाहिए, धार्मिक रीति-रिवाजों में लिप्त रहना आस्था नहीं है"
34:40
सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन "परमेश्वर के लिए सच्चा प्रेम स्वाभाविक है"
34:37
र्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन "देहधारियों में से कोई भी कोप के दिन से नहीं बच सकता है"
41:40
सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन "पूर्णता प्राप्त करने के लिए परमेश्वर की इच्छा को ध्यान में रखो"
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