I
जय बोलें और आनंद करें!
जय बोलें और आनंद करें!
जय बोलें और आनंद करें!
जय बोलें और आनंद करें!
स्वभाव प्रभु का प्यारा है,
हम सबका है फ़र्ज़ गवाही दें, और प्रभु की जय बोलें।
जय बोलें, जय बोलें। जय बोलें, जय बोलें।
प्यारे भाइयो और बहनो, आपस में हम बेहद ख़ुश हैं,
हम ढोल बजाएं, नाचें-गाएं
देहधारी परमेश्वर की नवयुग की शुरुआत पर,
परमेश्वर की हम, जय बोलें,
जय बोलें। जय बोलें, जय बोलें।
II
बीच हमारे काम करे, बात करे ख़ुद परमेश्वर,
वह न्याय करे इंसानों की अधर्मिता का,
और करे उजागर दुराचार इंसानों का,
हैं परमेश्वर के अवतरण के रूबरू हम,
वो दयावान है, धर्मी है, तेजस्वी है,
परमेश्वर का स्वभाव बस ऐसा ही है।
हम शोर करें, जय जयकार करें, सारी महिमा हो, परमेश्वर की।
हम ऊंचे सुर में गायेंगे, हम उनकी शक्ति पायेंगे!
हम जितना नाचें, जितना गाएं, हम उतनी ही ख़ुशियां पाएं।
वो ही प्रभु का सच्चा प्रेमी जो सच्चे दिल से जय बोले।
जय बोलें, जय बोलें। जय बोलें, जय बोलें।
III
मत चूको बन जाओ गवाह और परमेश्वर की जय बोलो।
परमेश्वर का न्याय हमें स्वीकार है,
उसने हमको परिपूर्ण किया, निर्मलता दी।
परमेश्वर के उद्धार से हम आशिषीत हैं।
जय बोलें और आनंद करें!
जय बोलें और आनंद करें!
जय बोलें और आनंद करें!
जय बोलें और आनंद करें!
स्वभाव प्रभु का प्यारा है,
हम सबका है फ़र्ज़ गवाही दें, और प्रभु की जय बोलें।
जय बोलें, जय बोलें। जय बोलें, जय बोलें।परमेश्वर का हर काम प्रकाशित है जग में,
वो सर्वशक्तिमान है, ज्ञानी है।
उसने पूरा कर लिया है दल विजेताओं का,
और बेआबरू किया शैतान को पराजित कर।
अपनी अनोखी इनायत से इंसान को है बचाने वाला वो परमेश्वर।
हम तो सहदिल सह नमन करते हैं,
हम तो सहदिल सह वंदन करते हैं।
हम सदा उसको समर्पण करेंगे
और जगत के जीव सब आनंद करेंगे।
धरती पर परमेश्वर की महिमा आई
सच्चे दिल से उसकी जय जयकार करें।
आओ मिलकर उसकी जय जयकार करें।
आओ मिलकर उसकी जय जयकार करें।
आओ मिलकर उसकी जय जयकार करें।
आओ मिलकर उसकी जय जयकार करें।
जय बोलें, जय बोलें। जय बोलें, जय बोलें।
जय बोलें, जय बोलें। जय बोलें, जय बोलें।