हास्य-नाटिका 'दस्तक दे रहे हैं परमेश्वर' हमें बताती है कि किस तरह अंत के दिनों में परमेश्वर अपने वचनों से हमारे दिलों के द्वार पर दस्तक देते हैं। बुद्धिमान कुँवारियाँ परमेश्वर की वाणी को सुन पाती हैं और मेमने के संग भोज का आनंद लेती हैं!
पादरी चांग शुदाओ ने हमेशा प्रभु के लौटने की प्रतीक्षा की है, लेकिन जब भाई झेन प्रभु के लौट आने की गवाही देते हैं तो वे फिर भी अपनी ही धारणाओं और कल्पनाओं से चिपके रहते हैं और यह मानते हैं कि प्रभु बादल पर सवार होकर लौटेंगे, और इस तरह अपने दिल के द्वार बंद रखते हैं। लेकिन जब इस बार भाई झेन उनसे प्रभु के लौटने से संबंधित शास्त्र के कुछ अंशों पर चर्चा करते हैं, तो चांग को पता चलता है कि बाइबल में ऐसी भविष्यवाणियाँ हैं कि प्रभु अंत के दिनों में गुप्त रूप से देहधारण करके लौटेंगे और इंसान को शुद्ध करने के लिये नए वचन बोलेंगे, और बाद में जाकर वे सबके सामने प्रकट होंगे तथा सज्जनों को इनाम और दुष्टों को दण्ड देंगे। पादरी चांग को प्रभु के द्वार पर दस्तक देने का सच्चा अर्थ भी समझ में आता है, और यह भी कि प्रभु के लौटने के स्वागत की अहम बात है परमेश्वर की वाणी को सुन पाना। जब चांग आखिरकार सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों में परमेश्वर की वाणी को सुनते हैं तो अंतत: अपने हृदय के द्वार खोलकर प्रभु की वापसी का स्वागत करते हैं।