लाभ के लिए आचरण के सभी मानकों को त्याग दिया मैंने,
जीवन व्यतीत करने के लिए बेशर्मी से कपट का इस्तेमाल किया मैंने।
विवेक या नैतिकता की परवाह की नहीं मैंने,
सच्चाई या गरिमा की परवाह की नहीं मैंने।
जीता था मैं सिर्फ़
अपनी बढ़ती वासना और लालच को संतुष्ट करने के लिए।
बेचैन दिल के साथ, पाप के कीचड़ में लोटता था मैं,
इस असीमित अंधेरे से बचने का कोई रास्ता नहीं था पास मेरे।
जीवन की दौलत और क्षणिक सुख
मेरे दिल के खालीपन और दर्द को छुपा नहीं सके।
"इंसान" शब्द लिखना आसान है।
लेकिन ईमानदार और भरोसेमंद होना कठिन से भी है कठिन।
कौन बचा सकता है पाप की इस खाई से मुझे?
कौन बचा सकता है पाप की इस खाई से मुझे?
परमेश्वर की आवाज़ मुझे उसके सामने खींच लाई।
आज चल सकता हूं परमेश्वर के पीछे मैं,
कार्य कर सकता हूं उसके लिए मैं।
हर दिन परमेश्वर के वचनों को पढ़कर मिठास से दिल भर गया है मेरा।
सत्य समझकर, मानव आचरण के सिद्धांत अब हैं पास मेरे।
जो भी करता हूं मैं, जो भी कहता हूं मैं,
सब है परमेश्वर के वचनों के अनुसार।
सभी चीज़ों में परमेश्वर की समीक्षा स्वीकार करके
मेरा दिल है चैन से और शांत।
कोई धोखाधड़ी नहीं, कोई कपट नहीं, जीता हूं मैं रोशनी में।
खुले दिल के साथ, ईमानदार व्यक्ति हूं मैं,
और आख़िर अब जीता हूं मैं मानवीय समानता के साथ।
परमेश्वर के न्याय और ताड़ना ने बचाया है मुझे,
परमेश्वर के वचनों में पुनर्जन्म के लायक बनाया मुझे।
मैं हमेशा के लिए हूं परमेश्वर के प्रेम और उद्धार का आभारी!
मैं हमेशा के लिए हूं परमेश्वर के प्रेम और उद्धार का आभारी!
मैं हमेशा के लिए हूं परमेश्वर के प्रेम और उद्धार का आभारी!