इस युग में परमेश्वर
इसे तुम्हारे बीच वास्तविकता बनाएगा
कि प्रत्येक व्यक्ति परमेश्वर के वचन को जियेगा,
सत्य पर अमल करने योग्य बनेगा और ईमानदारीपूर्वक परमेश्वर से प्रेम करेगा;
कि सभी लोग परमेश्वर के वचन को नींव के रूप में
और अपनी वास्तविकता के रूप में ग्रहण करें,
उनके हृदय में परमेश्वर के प्रति आदर हो
और परमेश्वर के वचन पर अमल करके
मनुष्य परमेश्वर के साथ मिलकर राज्य करे।
परमेश्वर अपने इस कार्य को संपन्न करेगा।
परमेश्वर मनुष्यों को नियंत्रित करने के लिये वचन का उपयोग करता है;
तुम जब वचन को खाते-पीते हो तो तुम्हें अच्छा महसूस होता है,
यदि अच्छा महसूस नहीं होता, तब तुम्हारे पास कोई मार्ग नहीं है।
परमेश्वर का वचन मनुष्यों का भोजन और उन्हें संचालित करने वाली शक्ति बन जाता है।
बाइबल में लिखा है, "मनुष्य केवल रोटी ही से नहीं,
परन्तु हर एक वचन से जो परमेश्वर के मुख से निकलता है, जीवित रहेगा।"
यही वह कार्य है जो परमेश्वर आज संपन्न करेगा।
वह तुम लोगों को इस सत्य का अनुभव करायेगा।
इस युग में परमेश्वर सब मनुष्यों को नियंत्रित करने के लिए
मुख्य रूप से वचन का उपयोग करता है।
परमेश्वर के वचन के द्वारा मनुष्य का न्याय किया जाता है,
पूर्ण बनाया जाता है और तब अंत में राज्य में ले जाया जाता है।
केवल परमेश्वर का वचन मनुष्यों को जीवन दे सकता है,
केवल परमेश्वर का वचन ही मनुष्यों को ज्योति
और अमल करने का मार्ग दे सकता है,
विशेषकर राज्य के युग में।
यदि तुम परमेश्वर के वचन को खाते-पीते हो
और परमेश्वर के वचन की वास्तविकता को नहीं छोड़ते
तो परमेश्वर तुम्हें पूर्ण बनाने का कार्य कर पाएगा।