मत्ती 6:33 की हिंदी में व्याख्या - क्या आपने परमेश्वर का राज्य पाया है?
आज का वचन बाइबल से
प्रभु यीशु ने कहा, “इसलिए पहले तुम परमेश्वर के राज्य और धार्मिकता की खोज करो तो ये सब वस्तुएँ तुम्हें मिल जाएँगी।”
पिछले 2,000 वर्षों से, ईमानदार विश्वासी प्रभु की आवश्यकताओं और वादों के अनुसार परमेश्वर के राज्य और उसकी धार्मिकता की तलाश कर रहे हैं। अब, अंत के दिनों की अंतिम अवधि में, क्या परमेश्वर का राज्य आ गया है? निम्नलिखित सामग्री पढ़ें, और आपको बड़ी खुशखबरी मिलेगी: परमेश्वर का राज्य वास्तव में आ गया है! हमारी 2,000 साल पुरानी इच्छा अंततः साकार हुई!
प्रभु यीशु ने कहा, “इसलिए पहले तुम परमेश्वर के राज्य और धार्मिकता की खोज करो तो ये सब वस्तुएँ तुम्हें मिल जाएँगी” (मत्ती 6:33)। यह वह शिक्षा और आवश्यकता है जो प्रभु यीशु ने दो हजार साल पहले उन लोगों को दी थी जो उस पर विश्वास करते हैं, और यह वादा भी है कि जब वह अंत के दिनों में लौटेंगे तो वह उन लोगों के लिए परमेश्वर का राज्य लायेंगे जो उस पर विश्वास करते हैं। पिछले 2,000 वर्षों से, सच्चे विश्वासी प्रार्थना कर रहे हैं और परमेश्वर के राज्य और धार्मिकता की तलाश कर रहे हैं। जैसे प्रभु की प्रार्थना कहती है, “तेरा राज्य आए। तेरी इच्छा जैसे स्वर्ग में पूरी होती है, वैसे पृथ्वी पर भी हो” (मत्ती 6:10)। हम भी अंत के दिनों में प्रभु की वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जो हमसे किया गया उनका वादा पूरा करेंगे, परमेश्वर के राज्य का आगमन करेंगे, और हमारी 2,000 साल पुरानी आशा को साकार करेंगे- परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करने के लिए! इस वर्तमान समय में हम अंतिम दिनों के अंतिम दौर में हैं, जहां विभिन्न आपदाएं बढ़ रही हैं। प्रभु की वापसी की भविष्यवाणियाँ पहले ही पूरी हो चुकी हैं। क्या प्रभु यीशु वापस आ गए हैं? क्या परमेश्वर का राज्य आ गया है? ये वे प्रश्न हैं जिन्हें कई ईमानदार विश्वासी, जो प्रभु के प्रकट होने की लालसा रखते हैं, जानने के लिए उत्सुक हैं। वास्तव में, प्रभु यीशु पहले ही वापस आ चुके हैं और उन्होंने कई वचन कहे हैं, जिससे परमेश्वर के राज्य का आगमन हुआ है। परमेश्वर कहते हैं, “लोग मेरी जय-जयकार करते हैं, लोग मेरी स्तुति करते हैं; सभी अपने मुख से एकमात्र सच्चे परमेश्वर का नाम लेते हैं, सभी लोगों की दृष्टि मेरे कर्मों को देखने के लिए उठती है। राज्य मनुष्यों के जगत में अवतरित होता है, मेरा व्यक्तित्व समृद्ध और प्रचुर है। इस पर कौन खुश नहीं होगा? कौन आनंदित होकर नृत्य नहीं करेगा? ओह, सिय्योन! मेरा जश्न मनाने के लिए अपनी विजय-पताका उठाओ! मेरा पवित्र नाम फैलाने के लिए अपना विजय-गीत गाओ! पृथ्वी की समस्त सृष्टि! जल्दी से स्वयं को शुद्ध करो, ताकि तुम मुझे अर्पित की जा सको! स्वर्ग के तारो! नभ-मंडल में मेरा प्रबल सामर्थ्य दिखाने के लिए जल्दी से अपने स्थानों पर लौट जाओ! मैं पृथ्वी पर उन लोगों की आवाजों पर कान लगाता हूँ, जो मेरे प्रति अपना असीम प्रेम और श्रद्धा गीत में उड़ेलते हैं! इस दिन, जबकि हर चीज फिर से जीवित होती है, मैं मनुष्य के जगत में आता हूँ। इस पल, इस घड़ी सभी फूल जोरों से खिलते हैं, सभी पक्षी एक सुर में गाते हैं, सभी चीजें पूरे उल्लास से झूम उठी हैं! राज्य के अभिनंदन की ध्वनि में शैतान का राज्य ध्वस्त हो गया है, राज्य-गान की गड़गड़ाहट में नष्ट हो गया है, और फिर कभी सिर नहीं उठाएगा!” “पृथ्वी पर कौन सिर उठाने और प्रतिरोध करने का साहस करता है? जब मैं पृथ्वी पर उतरता हूँ तो दाह लाता हूँ, कोप लाता हूँ, सभी प्रकार की विपदाएँ लाता हूँ। पृथ्वी के राज्य अब मेरा राज्य हैं! ऊपर आकाश में बादल लुढ़कते और लहराते हैं; आकाश के नीचे झीलें और नदियाँ आनंदपूर्वक उमड़-घुमड़कर उत्तेजक राग उत्पन्न करती हैं। विश्राम करते जानवर अपनी माँदों से बाहर निकलते हैं, और मैं सभी लोगों को उनकी नींद से जगा देता हूँ। असंख्य लोग जिसकी प्रतीक्षा में थे, वह दिन आखिरकार आ ही गया! वे मुझे सर्वाधिक सुंदर गीत भेंट करते हैं!” (वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, संपूर्ण ब्रह्मांड के लिए परमेश्वर के वचन, राज्य-गान)।
परमेश्वर के वचनों से, हम देख सकते हैं कि परमेश्वर ने हमारी प्रार्थनाएँ सुन ली हैं, और वह अपने वादों को पूरा करने के लिए पहले ही लौट आए हैं। राज्य पृथ्वी पर अवतरित हो गया है। क्या आप परमेश्वर के वादे प्राप्त करने और उसके राज्य में प्रवेश करने की इच्छा रखते हैं? कृपया हमारी वेबसाइट के नीचे ऑनलाइन चैट विंडो के माध्यम से हमसे संपर्क करें। आइए मिलकर परमेश्वर के वचन सीखें, ऑनलाइन संचार में संलग्न हों और स्वर्गीय राज्य का मार्ग खोजें!