प्रभु यीशु ने कहा था, "मत डर; केवल विश्वास रख" (मरकुस 5:36)।
"जिस समय मुझे डर लगेगा, मैं तुझ पर भरोसा रखूँगा" (भजन संहिता 56:3)।
"जैसे हिरनी नदी के जल के लिये हाँफती है, वैसे ही, हे परमेश्वर, मैं तेरे लिये हाँफता हूँ" (भजन संहिता42:1)।
प्रभु यीशु ने कहा था, "मनुष्यों से तो यह नहीं हो सकता, परन्तु परमेश्वर से सब कुछ हो सकता है" (मत्ती 19:26)।
प्रभु यीशु ने कहा, "आत्मा तो जीवनदायक है, शरीर से कुछ लाभ नहीं। जो बातें मैंने तुम से कहीं हैं वे आत्मा है, और जीवन भी हैं" (यूहन्ना 6:63)।
“हे यहोवा के पवित्र लोगो, उसका भय मानो, क्योंकि उसके डरवैयों को किसी बात की घटी नहीं होती! जवान सिंहों को तो घटी होती और वे भूखे भी रह जाते हैं, परन्तु यहोवा के खोजियों को किसी भली वस्तु की घटी न होगी।” भजन संहिता 34:9-10
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