परमेश्वर के दैनिक वचन : परमेश्वर का प्रकटन और कार्य | अंश 76
तुम लोगों की सत्यनिष्ठा सिर्फ़ वचनों में है, तुम लोगों का ज्ञान सिर्फ़ बौद्धिक और वैचारिक है, तुम लोगों की मेहनत सिर्फ स्वर्ग की आशीषें पाने के लिए है, और इसलिए तुम लोगों का विश्वास अवश्य ही किस प्रकार ...परमेश्वर के दैनिक वचन : परमेश्वर का प्रकटन और कार्य | अंश 75
फरीसियों ने यीशु का विरोध क्यों किया, क्या तुम लोग उसका कारण जानना चाहते हो? क्या तुम फरीसियों के सार को जानना चाहते हो? वे मसीहा के बारे में कल्पनाओं से भरे हुए थे। इससे ज्यादा और क्या, उन्होंने केवल...परमेश्वर के दैनिक वचन : परमेश्वर का प्रकटन और कार्य | अंश 71
परमेश्वर की छह-हज़ार-वर्षीय प्रबंधन योजना समाप्त हो रही है, और राज्य का द्वार उन सभी लोगों के लिए पहले से ही खोल दिया गया है, जो उसका प्रकटन चाहते हैं। प्रिय भाइयो और बहनो, तुम लोग किस चीज़ की प्रतीक्ष...परमेश्वर के दैनिक वचन : परमेश्वर का प्रकटन और कार्य | अंश 70
कई हज़ारों सालों से, मनुष्य ने उद्धारकर्त्ता के आगमन को देखने में सक्षम होने की लालसा की है। मनुष्य ने उद्धारकर्त्ता यीशु को एक सफेद बादल पर देखने की इच्छा की है जब वह व्यक्तिगत रूप से उन लोगों के बी...परमेश्वर के दैनिक वचन : परमेश्वर का प्रकटन और कार्य | अंश 68
मैं अपने कार्य को अन्यजाति देशों में फैला रहा हूँ। मेरी महिमा पूरे ब्रह्मांड में चमकती है; सभी तरह के लोग मेरी इच्छा अपने भीतर रखते हैं, और उन सबकी कमान मेरे हाथों में है और वे सब मेरे द्वारा सौंपा गय...