यिर्मयाह 29:11 की व्याख्या - कैसे समझें कि लोगों के प्रति परमेश्वर के विचार बुरे नहीं हैं
“क्योंकि यहोवा की यह वाणी है, कि जो कल्पनाएँ मैं तुम्हारे विषय करता हूँ उन्हें मैं जानता हूँ, वे हानि की नहीं, वरन् कुशल ही की हैं, और अन्त में तुम्हारी आशा पूरी करूँगा।”
यिर्मयाह 29:11