डॉन्ग जिंगशीन चीन की एक गृह कलीसिया में प्रचारक हैं। वे पिछले तीस वर्षों से प्रभु में विश्वास कर रही हैं, और उन्हें सत्य से प्रेम है; वे अक्सर प्रभु के वचनों को पढ़ती है और उनसे प्रेरित होती हैं। वे प्रभु के लिए बड़े उत्साह से स्वयं को समर्पित करती है। अपने प्रचारक के कार्य की वजह से, चीनी कम्युनिस्ट सरकार की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया था, जहाँ उन्हें क्रूरता और यातनाओं का सामना करना पड़ा। ये केवल प्रभु के वचन ही थे जिन्होंने अमानवीय कैद के सात वर्षों के जीवन को बरदाश्त करने में उनका मार्गदर्शन किया। रिहा होने के बाद, उनकी सहकर्मी चांगुआंग उनसे मिलने आती हैं और, उन्हें सर्वशक्तिमान परमेश्वर के उन वचनों को पढ़कर सुनाती हैं, जिनमें गवाही दी गयी है कि परमेश्वर प्रकट हो चुके हैं और अंत के दिनों में कार्य कर रहे हैं। वे उन्हें “वचन देह में प्रकट होता है” पुस्तक की एक प्रति भी देती हैं। सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कई वचनों को पढ़ने के बाद, डॉन्ग जिंगशीन को लगता है कि वे अधिकारपूर्ण हैं, और परमेश्वर की ओर से आए हैं। इस बारे में और अधिक जानने की लालसा उनके मन में जागती है। डॉन्ग जिंगशीन और उनके पति बड़ी बेसब्री और उत्सुकता से सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं और पाते हैं कि वे सभी पूर्ण सत्य और परमेश्वर की वाणी हैं। वे इस नतीज़े पर पंहुचते हैं कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर ही वास्तव में प्रभु यीशु की वापसी हैं जिनकी वे कई वर्षों से प्रतीक्षा कर रहे थे! जिस समय वे दोनों प्रभु की वापसी के स्वागत की खुशियों में डूबे हुए थे, उसी समय पुलिस प्रमुख उनसे मिलने आते हैं और उन्हें किसी भी प्रकार की बैठक में जाने या कोई भी प्रचार करने के विरूद्ध चेतावनी देते हैं। वे उन्हें चेतावनी देते हैं कि उन्हें ख़ास तौर पर चमकती पूर्वी बिजली का प्रचार करने वाले किसी भी व्यक्ति की सूचना देनी होगी, और यह बात डॉन्ग जिंगशीन के मन में घबराहट पैदा कर देती है। इसके बाद, जैसे ही उनके पादरी को इस बात का पता चला कि डॉन्ग जिंगशीन अंत के दिनों में परमेश्वर के कार्य को समझने के लिये भाई-बहनों का नेतृत्व कर रहीं हैं, तो वे भी बीच में दखल देकर उन्हें रोकते हैं। शैतान की शक्तियों के कारण भ्रम और रुकावट का सामना करते हुए, डॉन्ग जिंगशीन प्रार्थना, अनुसरण और सहभागिता के माध्यम से धार्मिक दुनिया के पादरियों और एल्डर्स का असली चेहरा साफ़ तौर पर देख iपाती हैं। पीछे हटे बिना वे सच्चे मार्ग को खोजने के लिए भाई-बहनों की अगुवाई करना जारी रखती हैं, साथ ही, वे सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया से सहभागिता करने और अंत के दिनों में परमेश्वर के कार्य की गवाही देने के लिए लोगों को आमंत्रित करती हैं। अंत में, सभी लोग इस बात को मानते हैं कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा कहे गए वचन वास्तव में परमेश्वर की वाणी हैं, और वे परमेश्वर का प्रकटन हैं। हर कोई काफ़ी प्रभावित होता है: सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों की वाणी कितनी मधुर है!