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परमेश्वर को जानने का तरीका

अब्राहम को परमेश्वर की प्रतिज्ञा

उत्पत्ति 22:16-18 यहोवा की यह वाणी है, कि मैं अपनी ही यह शपथ खाता हूँ कि तू ने जो यह काम किया है कि अपने पुत्र, वरन् अपने एकलौते पुत्र को भी नहीं रख छोड़ा; इस कारण मैं निश्‍चय तुझे आशीष दूँगा; और निश्...

परमेश्वर को सदोम का विनाश करना ही होगा

उत्पत्ति 18:26 यहोवा ने कहा, “यदि मुझे सदोम में पचास धर्मी मिलें, तो उनके कारण उस सारे स्थान को छोड़ूँगा।” उत्पत्ति 18:29 फिर उसने उससे यह भी कहा, “कदाचित् वहाँ चालीस मिलें।” उसने कहा, “तो भी मैं ऐसा...

हठधर्मी से परमेश्वर का विरोध करने से मनुष्य परमेश्वर के कोप से नष्‍ट हो जाता है

पहले, आओ हम पवित्रशास्त्र के वे अंश देखें, जो परमेश्वर द्वारा सदोम के विनाश का वर्णन करते हैं। उत्पत्ति 19:1-11 साँझ को वे दो दूत सदोम के पास आए; और लूत सदोम के फाटक के पास बैठा था। उन को देखकर वह उन...

परमेश्वर को नाराज़ करने के कारण सदोम को पूरी तरह से तबाह कर दिया गया

जब सदोम के लोगों ने इन दो सेवकों को देखा, तो उन्होंने उनके आने का कारण नहीं पूछा, न ही किसी ने यह पूछा कि क्या वे परमेश्वर की इच्छा का प्रचार करने के लिए आए हैं। इसके विपरीत, उन्होंने एक भीड़ इकट्ठी की...

अपने प्रति सदोम की बार-बार की शत्रुता और प्रतिरोध के बाद परमेश्वर ने उसे पूरी तरह से मिटा दिया

अब जबकि हमें परमेश्वर के धार्मिक स्वभाव की एक सामान्य समझ हो गई है, तो हम अपना ध्यान वापस सदोम नगर की ओर मोड़ सकते हैं—एक ऐसी जगह, जिसे परमेश्वर ने पाप की नगरी के रूप में देखा था। इस नगर के सार को समझक...

हालाँकि परमेश्वर का कोप मनुष्य से छिपा हुआ और अज्ञात है, फिर भी वह कोई अपमान सहन नहीं करता

समस्त मानवजाति के प्रति, उस मानवजाति के प्रति जो कि मूर्ख और जाहिल है, परमेश्वर का व्यवहार मुख्य रूप से दया और सहनशीलता पर आधारित है। दूसरी ओर, उसका कोप अधिकांश समय और अधिकांश घटनाओं में छिपा रहता है,...

परमेश्वर का कोप न्याय की समस्त शक्तियों और समस्त सकारात्मक चीज़ों के लिए सुरक्षा-उपाय है

परमेश्वर के संभाषण, विचारों और कार्यों के इन उदाहरणों को समझने से, क्या तुम परमेश्वर के धार्मिक स्वभाव को समझने में समर्थ हो, ऐसा स्वभाव, जो मनुष्य द्वारा ठेस पहुँचाए जाने को बरदाश्त नहीं करेगा? संक्ष...

सच्चे पश्चात्ताप के जरिये मनुष्य परमेश्वर की दया और सहनशीलता प्राप्त करता है (IV)

मानवजाति के प्रति सृष्टिकर्ता की सच्ची भावनाएँ लोग अक्सर कहते हैं कि परमेश्वर को जानना आसान बात नहीं है। किंतु मैं कहता हूँ कि परमेश्वर को जानना बिल्कुल भी कठिन बात नहीं है, क्योंकि परमेश्वर मनुष्य क...

परमेश्वर के द्वारा और बाइबल में अय्यूब का आँकलन

अय्यूब 1:1 ऊज़ देश में अय्यूब नामक एक पुरुष था; वह खरा और सीधा था और परमेश्वर का भय मानता और बुराई से दूर रहता था। अय्यूब 1:5 जब जब भोज के दिन पूरे हो जाते, तब तब अय्यूब उन्हें बुलवाकर पवित्र करता, औ...

शैतान पहली बार अय्यूब को लुभाता है (उसके मवेशी चुरा लिए जाते हैं और उसके बच्चों के ऊपर विपत्ति टूटती है)

1. परमेश्वर द्वारा कहे गए वचन अय्यूब 1:8 यहोवा ने शैतान से पूछा, “क्या तू ने मेरे दास अय्यूब पर ध्यान दिया है? क्योंकि उसके तुल्य खरा और सीधा और मेरा भय माननेवाला और बुराई से दूर रहनेवाला मनुष्य और क...

शैतान एक बार फिर अय्यूब को प्रलोभित करता है (अय्यूब के पूरे शरीर में दर्दनाक फोड़े निकल आते हैं) (I)

1. परमेश्वर द्वारा कहे गए वचन अय्यूब 2:3 यहोवा ने शैतान से पूछा, “क्या तू ने मेरे दास अय्यूब पर ध्यान दिया है कि पृथ्वी पर उसके तुल्य खरा और सीधा और मेरा भय माननेवाला और बुराई से दूर रहनेवाला मनुष्य ...

शैतान एक बार फिर अय्यूब को प्रलोभित करता है (अय्यूब के पूरे शरीर में दर्दनाक फोड़े निकल आते हैं) (II)

अय्यूब के बारे में लोगों की अनेक ग़लतफ़हमियाँ अय्यूब द्वारा झेली गई कठिनाइयाँ परमेश्वर द्वारा भेजे गए स्वर्गदूतों का कार्य नहीं थीं, न ही ये परमेश्वर द्वारा अपने हाथ से उत्पन्न थीं। इसके बजाय, ये परमे...

अय्यूब के बारे में

अय्यूब परीक्षाओं से होकर कैसे गुज़रा इस बारे में जानने के बाद, तुममें से अधिकांश संभवतः स्वयं अय्यूब के बारे में और अधिक विवरण जानना चाहोगे, विशेष रूप से उस रहस्य के संबंध में जिसके द्वारा उसने परमेश्व...

परमेश्वर द्वारा अय्यूब को शैतान को सौंपने और परमेश्वर के कार्य के लक्ष्यों के बीच संबंध

यद्यपि अधिकांश लोग अब यह पहचानते हैं कि अय्यूब पूर्ण और खरा था, और वह परमेश्वर का भय मानता और बुराई से दूर रहता था, किंतु यह पहचान उन्हें परमेश्वर के इरादों की कहीं अधिक समझ प्रदान नहीं करती है। साथ ह...

अय्यूब की गवाही द्वारा बाद की पीढ़ियों को दी गई चेतावनी और प्रबुद्धता

परमेश्वर द्वारा किसी व्यक्ति को पूरी तरह प्राप्त करने की प्रक्रिया को समझने के साथ ही साथ, लोग परमेश्वर द्वारा अय्यूब को शैतान को सौंपे जाने के लक्ष्य और महत्व को भी समझ लेंगे। लोग अय्यूब की यंत्रणा स...

अय्यूब कान की श्रवणशक्ति से परमेश्वर के बारे में सुनता है (I)

अय्यूब 9:11 देखो, वह मेरे सामने से होकर तो चलता है परन्तु मुझको नहीं दिखाई पड़ता; और आगे को बढ़ जाता है, परन्तु मुझे सूझ ही नहीं पड़ता है। अय्यूब 23:8-9 देखो, मैं आगे जाता हूँ परन्तु वह नहीं मिलता; म...

फरीसियों द्वारा यीशु की आलोचना और प्रभु यीशु की उन्हें डाँट

फरीसियों द्वारा यीशु की आलोचना मरकुस 3:21-22 जब उसके कुटुम्बियों ने यह सुना, तो वे उसे पकड़ने के लिए निकले; क्योंकि वे कहते थे कि उसका चित ठिकाने नहीं है। शास्त्री भी जो यरूशलेम से आए थे, यह कहते थे,...

पहला मोड़ : जन्म

किसी व्यक्ति का कहाँ जन्म होता है, वह किस परिवार में जन्म लेता या लेती है, उसका लिंग, रंग-रूप, और जन्म का समय : ये किसी व्यक्ति के जीवन के प्रथम मोड़ के विवरण हैं। इस मोड़ के विवरण कोई चुन नहीं सकता;...