1<e>दाऊद की यात्रा का गीत</e> देखो, यह क्या ही भली और मनोहर बात है कि भाई लोग आपस में मिले रहें!
2यह तो उस उत्तम तेल के समान है, जो हारून के सिर पर डाला गया था*, और उसकी दाढ़ी से बहकर, उसके वस्त्र की छोर तक पहुँच गया।
3वह हेर्मोन की उस ओस के समान है, जो सिय्योन के पहाड़ों पर गिरती है! यहोवा ने तो वहीं सदा के जीवन की आशीष ठहराई है।